
अग्निवीर भर्ती की तैयारी करने वाले युवाओं के लिए बड़ी खबर है। हाल ही में भारतीय सेना ने अग्निवीर भर्ती प्रक्रिया में मनोवैज्ञानिक परिक्षण को अनिवार्य कर दिया है। आसान भाषा में कहे तो पहले शारीरिक परीक्षा पास करनी होती थी लेकिन अब उम्मीदवार का चयन मानसिक टेस्ट करके किया जाएगा। पहली बार भारतीय सेना भर्ती प्रक्रिया में बदलाव करने जा रही है। यह परीक्षण रक्षा मनोवैज्ञानिक अनुसंधान संस्थान द्वारा बनाया गया है जो रक्षा मंत्रालय के तहत आता है। इस टेस्ट को कराने का उद्देश्य जवानों की मानसिक क्षमता को देखना है कि वह तनावपूर्ण स्थिति का सामना आसानी से कर पाएंगे या नहीं। आइए इस नए परीक्षण के बारे में पूर्ण जानकारी जानते हैं।
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15 मिनट का ऑनलाइन मनोवैज्ञानिक टेस्ट
जैसा की मैंने आपको बताया कि पहली बार अग्निवीर जवानों का भी मनोवैज्ञानिक टेस्ट लिया जाएगा जो केवल 15 मिनट का होता है। यह टेस्ट ऑनलाइन सॉफ्टवेयर आधारित बनाया गया है जिसके लिए ट्रायल पिछले वर्ष ही कराए गए थे। यह टेस्ट इसी साल अगस्त महीने से लागू किया जाएगा। इसकी शुरुआत ग्वालियर, चंबल और बुंदेलखंड के जिलों में अग्निवीर भर्ती में किया जाएगा
टेस्ट कैसे करेगा काम?
भर्ती प्रक्रिया क तहत उम्मीदवारों की सबसे पहले 1600 मीटर की दौड़ कराई जाएगी, इसके तुरंत बाद उम्मीदवार के मोबाइल में एक लिंक भेजा जाएगा जिसके तहत उम्मीदवार का 15 मिनट का मनोवैज्ञानिक टेस्ट होगा। अगर इस टेस्ट में उम्मीदवार पास होता है तो उसे अगले चरण के लिए भेज दिए जाएगा।
पहले अधिकारियों को देना पड़ता था ये परीक्षण
पहले मनोवैज्ञानिक परीक्षण केवल NDA, CDS, JCO जैसे अधिकारियों के लिए ही था। लेकिन अब से अग्निवीर जवानों के लिए यह टेस्ट अनिवार्य कर दिया गया है। लेकिन यह टेस्ट अधिकारियों के टेस्ट से अलग होगा।
कर्नल पंकज कुमार का क्या कहना है?
ग्वालियर सेना भर्ती कार्यालय के निदेशक, कर्नल पंकज कुमार का कहना है कि “अब सिर्फ शारीरिक नहीं, बल्कि मानसिक मजबूती भी उतनी ही आवश्यक है। अग्निवीर में मानसिक परीक्षा पास करके युवा कोई भी कठिन परीक्षाएं आसानी से पास कर पाएंगे क्योंकि मानसिक स्थिति मजबूत होगी।